Himachal government two-year review: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली हिमाचल प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए राज्य के हालात को चिंताजनक करार दिया। उन्होंने सरकार के 2 साल के कार्यकाल को असफल बताते हुए कहा कि इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद खराब हो गई है। मरीजों को ऑपरेशन और इलाज के लिए बाहर जाना पड़ रहा है, जबकि हिमकेयर के तहत दवाइयों और इलाज की सुविधा भी बंद कर दी गई है। हिमकेयर की देनदारी 400 करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी है।
जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि लोक निर्माण विभाग में ठेकेदारों की 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारियां लंबित हैं, जबकि जल शक्ति विभाग में यह आंकड़ा 500 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया तो ठेकेदार आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो सकते हैं।
उन्होंने सरकार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू ने बिजली सब्सिडी छोड़ने की अपील की, लेकिन 300 यूनिट मुफ्त बिजली की गारंटी पूरी करने में असमर्थता जताई। जयराम ने मांग की कि मुख्यमंत्री को अपनी विफलता स्वीकार कर जनता से माफी मांगनी चाहिए।
जयराम ठाकुर ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले में अवैध खनन जोरों पर है, लेकिन उपमुख्यमंत्री इसे रोकने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एचआरटीसी पेंशनरों को अभी तक पेंशन नहीं मिली है, और उपमुख्यमंत्री को इसका जवाब देना चाहिए।
जयराम ठाकुर ने सरकार की संवैधानिक नियुक्तियों और कैबिनेट दर्जे वाले सलाहकारों की नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये नियुक्तियां जनता के पैसे की बर्बादी हैं।